लेखनी कहानी -22-Dec-2023 कविता

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*मुस्कान चेहरे पर* मुस्कान तेरे चेहरे की अजीब लगती है,  जवां महफिल तू  चांद तारों में बसती है । हसीन अंदाज है तेरा छाया है इस कदर, मयखाने में शराब जब ...

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